आमतौर पर लोग गà¥à¤¦à¤¾ अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤ à¤à¤¨à¤² संबंधी किसी à¤à¥€ समसà¥à¤¯à¤¾ को बवासीर मान लेते हैं, लेकिन à¤à¤¨à¤² से संबंधित हर समसà¥à¤¯à¤¾ बवासीर नहीं होती है। शायद जिसे आप बवासीर समà¤à¤¨à¥‡ की गलती कर रहे हों, वह à¤à¤¨à¤² फिशर à¤à¥€ हो सकता है।
*दरअसल कई बार à¤à¤¨à¤² कैनाल के आसपास के हिसà¥à¤¸à¥‡ में दरारें जैसी बन जाती हैं, इसी को फिशर कहा जाता है*।
ये दरारें मामूली ये बेहद बड़ी हो सकती हैं। बड़ी दरारें होने में इनसे खून à¤à¥€ आ सकता है और ये लगातार होने वाले दरà¥à¤¦, जलन और असहजता का कारण बन सकती हैं।
कबà¥à¤œ से पीड़ित लोगों को इस बीमारी के होने का खतरा अधिक होता है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि कबà¥à¤œ की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में कठोर मल गà¥à¤¦à¤¾ के असà¥à¤¤à¤° में दरार का कारण बन सकता है।
कई लोगोंको इस बीमारी से असहनीय पीड़ा होती है और कई लोग इस à¤à¤¯à¤‚कर पीड़ा के कारण डिपà¥à¤°à¥‡à¤¸à¤¨ में चले जाते है।
à¤à¤¸à¥‡ दà¥à¤°à¥à¤à¤¾à¤—à¥à¤¯à¤¶à¤¾à¤²à¥€ लोगोंको ऑपरेशन की सलाह दी जाती है और पीड़ित वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¥€ को और कोई चारा नहीं होता इसलिठवो ऑपरेशन करने के लिठतैयार हो जाता है।
लेकिन इस à¤à¤¯à¤‚कर पीड़ादायक बीमारी के लिठहोमà¥à¤¯à¥‹à¤ªà¥ˆà¤¥à¥€ में à¤à¤•à¤¦à¤® सटीक दवाईयां है *जिससे दरà¥à¤¦ तà¥à¤°à¤‚त 1 दिन में ही ठीक हो जाता है और बिना ऑपरेशन किये कà¥à¤ˆ महीने के à¤à¥€à¤¤à¤° ही यह बीमारी पूरà¥à¤£ रूप से ठीक हो जाती है*।
होमà¥à¤¯à¥‹à¤ªà¥ˆà¤¥à¥€ दवा इस बीमारी में अतà¥à¤¯à¤‚त लाà¤à¤¦à¤¾à¤¯à¤• है।
अगर आप को à¤à¤¸à¥€ गà¥à¤¦à¤¾ संबंधित को बीमारी हो तो तà¥à¤°à¤‚त आपके नजदीक के होमिओपेथी डॉकà¥à¤Ÿà¤° से संपरà¥à¤• करे और इलाज शà¥à¤°à¥‚ करे।